प्रश्न #166 : महालेखाकार अंकेक्षण (AG audit) रिपोर्ट से सम्बन्धित बेसिक जानकारी दीजिये।
प्रदीप कुमार जसूजा, कनिष्ठ लेखाकार
सामु. स्वास्थ्य केंद्र, पीलीबंगा, हनुमानगढ़
उत्तर:- एजी ऑडिट रिपोर्ट के मुख्यतः तीन भाग होते हैं :
I – परिचय अथवा प्रस्तावना
II – ऑडिट आक्षेप :-इसके 3 भाग (A) (B) (C) होते है।
भाग II(A) में गंभीर अनियमितता के आक्षेप होते हैं।
III – सामान्य अनियमितताएं
ऑडिट अनुपालना
● AG ऑडिट होने के बाद ऑडिट रिपोर्ट डिस्पेच होने की दिनांक से 1 माह में ऑडिट आक्षेपो की ठोस एवं समय पर अनुपालना महालेखाकार कार्यालय को भिजवाया जाना होता है।
अंकेक्षण प्रतिवेदन के पार्ट
Factual Report
भाग II(A) आक्षेपों का संतोषजनक / समय अनुपालना नहीं भिजवाने की दशा में महालेखाकार कार्यालय द्वारा फेक्चुअल रिपोर्ट (FS) जारी की जाती है जिसकी अनुपालना विभाग को 8 सप्ताह में महालेखाकार कार्यालय को भिजवाया जाना आवश्यक होता है।
Draft Para
विभाग द्वारा 8 सप्ताह में FS की ठोस अनुपालना नहीं की जाने पर महालेखाकार कार्यालय द्वारा ड्राफ्ट पैरा (DP) बनाया जाता है इसकी अनुपालना 3 सप्ताह में करनी होती है।
CAG रिपोर्ट
ड्राफ्ट पैरा की ठोस अनुपालना नही किये जाने पर AG द्वारा CAG को रिपोर्ट प्रकाशित करने हेतु प्रस्तावित करता है। प्रकाशन से पूर्व CAG द्वारा AG से रिपोर्ट पर चर्चा की जाती है तत्पश्चात रिपोर्ट CAG में प्रकाशित होती है।
PAC प्रतिवेदन
CAG रिपोर्ट राज्य विधानसभा को प्रेषित की जाती है जो विधानसभा में प्रस्तुत की जाती है इस पर चर्चा के बाद अनुमोदन हो कर जन लेखा समिति प्रतिवेदन (PAC) जारी होता है PAC प्रतिवेदन की अनुपालना 6 माह में देनी होती है। PAC प्रतिवेदन की उचित अनुपालना के अभाव मे PAC द्वारा सजा दी सकती है।