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नव नियुक्त कनिष्ठ सहायकों को नई नियुक्ति पर जॉइन कराने बाबत आवश्यक जानकारी

नव नियुक्त कनिष्ठ सहायकों को नई नियुक्ति पर जॉइन कराने बाबत आवश्यक जानकारी

(1) सर्व प्रथम उनके समस्त दस्तावेजो को मूल से मिलान कर एक प्रति प्राप्त करे एवं नियुक्ति आदेश में वर्णित सभी शपथ पत्र की कॉपी निर्देश अनुसार प्राप्त करे।

(2) मुख्य चिकित्सा एवम स्वास्थ्य अधिकारी का मूल चिकित्सा प्रमाण पत्र और पुलिस का चरित्र प्रमाण पत्र अनिवार्य रूप से प्राप्त करे।

नोट:- उक्त दोनों प्रमाण पत्र नियुक्ति आदेश जारी होने की तिथि से पूर्व के जारी नही होने चाहिए।

(3) कार्मिक की पूर्व में सरकारी एम्प्लॉई आई डी बनी हुई है तो शालादर्पण पर ऑन लाइन जोइनिग नई नियुक्ति में जॉइन करावे अन्यथा ऑफ लाइन जॉइन करावे।

(4) फ्रेश कार्मिक की Ddo लॉगिन से sipf पोर्टल पर एम्प्लॉई आई डी जनरेट की रिकवेस्ट ऑन लाइन सब्मिट करे इस हेतु कार्मिक की व्यक्तिगत सूचना,सर्विस एवम बैंक डिटेल्स भरे। इस हेतु बैंक A/C नम्बर , PAN नम्बर , आधार नम्बर, मोबाइल नम्बर आदि अनिवार्य है।
रिकवेस्ट जनरेट होने के 5-7 दिन बाद sipf पर एम्प्लोई आई डी नम्बर आवंटित हो जाते है।

( 5) एम्प्लॉई आई डी नम्बर प्राप्त होने पर शालादर्पण पर ऑन लाइन नई नियुक्ति टेब में जोइनिग करावे एवं प्रपत्र 10 को भी भर कर पूर्ण करे।

(6) एम्प्लॉई आई डी आने के बाद कार्मिक से प्राण नम्बरआवंटन हेतु फॉर्म भरवा कर प्राप्त करे जिसे अपने आफिस में रखे और उसके आधार पर नई व्यवस्था अनुसार Nsdl की साइट पर Ddo लॉगिन से उनका प्राण हेतु ऑन लाइन आवेदन सब्मिट करे फिर उसकी हार्ड कॉपी मय दस्तावेज GPF आफिस भेज देवे।

(7) उपरोक्त हेतु यूजर आई डी आपके SGV ननम्बर के साथ 00 लगावे एवम पासवर्ड nsdl@123 लगावे।

(8) प्राण नम्बर आने के बाद paymanager पर इनके डेटा फीड करे उसके बाद प्रथम बिल बना पायेंगे।

(9) नये कार्मिक के प्रथम बिल के साथ नियुक्ति आदेश, जोइनिग रिपोर्ट, स्वास्थ्य प्रमाण पत्र एवं पुलिस का चरित्र प्रमाण पत्र आदि को स्केन कर पीडीएफ बनावे और बिल के साथ अपलोड करे।

संचयी एवं असंचयी effective increment मे क्या अन्तर है इनका promotion और ACP पर क्या प्रभाव पर पड़ता है ?

Question : संचयी एवं असंचयी effective increment मे क्या अन्तर है इनका promotion और ACP पर क्या प्रभाव पर पड़ता है ?

Answer :

(1) असंचयी प्रभाव से वेतनवृद्धि रोकने पर वेतनवृद्धि नियमित की तरह ही स्वीकृत होती है परन्तु उसका आर्थिक लाभ उस वर्ष में नही मिलता है। इसमे एक साल का उसका आर्थिक नुकसान होता है।

(2) संचयी प्रभाव से वेतनवृद्धि रोकने के पर उस वर्ष की वेतनवृद्धि नही लगती है जिसका आजीवन आर्थिक नुकसान होता है।

(3) जितने वर्ष के लिए संचयी या असंचयी प्रभाव से वेतनवृद्धि रोकी जाती है एसीपी एवं पदोन्नति भी due डेट के उतने वर्ष बाद मिलती है।

क्या पूर्व पदस्थापन स्थान व अवधि की PL वर्तमान DDO जोड़ सकता है ? कृपया मार्गदर्शन प्रदान करे।

Question : क्या पूर्व पदस्थापन स्थान व अवधि की PL वर्तमान DDO जोड़ सकता है ? कृपया मार्गदर्शन प्रदान करे।

Answer : सेवापुस्तिका में किये गए सेवा सत्यापन के आधार पर किसी पूर्व अवधि की PL नही जोड़ी गई है तो वर्तमान DDO बकाया PL कार्मिक की सेवापुस्तिका में जोड़ सकते है।
यदि वर्तमान DDO नही जोड़े तो जहा जिस अवधि में कार्मिक कार्यरत थे वहीं से PL जुड़वा देवे।

पे मैनेजर पर वार्षिक वेतनवृद्धि की तिथि को कैसे अपडेट करे ?

Question : पे मैनेजर पर वार्षिक वेतनवृद्धि की तिथि को कैसे अपडेट करे ?

Answer : वेतनवृद्धि तिथि अपडेट हेतु एम्प्लॉई लॉगिन में ऑप्शन उपलब्ध करा दिया गया है।वेतनवृद्धि की तिथि में सुधार हेतु व्यक्तिगत Paymanager Id से रिकवेस्ट जरनेट करे इस हेतु वेतनवृद्धि आदेश भी अपलोड करें वह रिकवेस्ट DDO के पास जायेगी फिर DDO उसे HOD को फोरवर्ड करेंगे HOD से approved होने पर सुधार होगा।

error: भैया जी कॉपी की करने की बजाय पीडीएफ़ डाउनलोड कर लो !!