Digital Marketing Kya Hai: डिजिटल मार्केटिंग का मूल विचार यह है कि व्यवसायिक गतिविधियों को इंटरनेट और इलेक्ट्रॉनिक मीडिया के माध्यम से प्रमोट किया जाए। इसमें वेबसाइट, सोशल मीडिया, ईमेल, खोज इंजन विपणन आदि जैसे उपकरणों का उपयोग किया जाता है। डिजिटल मार्केटिंग का उद्देश्य व्यवसाय को ऑनलाइन पहुंच, उपभोक्ताओं को आकर्षित करने और उन्हें वास्तविक ग्राहकों में बदलने में मदद करना होता है।
ऑनलाइन शॉपिंग डिजिटल मार्केटिंग में एक महत्वपूर्ण भूमिका निभाती है, क्योंकि यह उपभोक्ताओं को विभिन्न डिजिटल माध्यमों के माध्यम से उत्पादों और सेवाओं की आसानी से उपलब्धता प्रदान करता है। जिसमे ईकॉमर्स प्लेटफ़ॉर्म्स, ऑनलाइन विज्ञापन, वेबसाइट और यूजर एक्सपीरियंस, सोशल मीडिया और डेटा जैसी सेवाओ का इस्तेमाल किया जा सकता है।
Digital Marketing Kya hai 2024 – डिजिटल मार्केटिंग क्या है?
डिजिटल मार्केटिंग विज्ञापन, ब्रांडिंग और विपणन के विभिन्न तकनीकों का संयोजन है जो इंटरनेट और इलेक्ट्रॉनिक माध्यमों से उपभोक्ताओं तक जानकारी पहुंचाने के लिए किया जाता है। यह नई और रेवोल्यूशनरी तकनीकें ब्रांडों को व्यापार के मैदान में सामान्यतः बड़ी मात्रा में उपस्थित करने की अनुमति देती हैं, जिससे उनका बिजनेस वृद्धि के मार्ग में एक सकारात्मक परिवर्तन आता है।
डिजिटल मार्केटिंग के प्रमुख टूल्स और तकनीकें:
- वेबसाइट और ब्लॉगिंग: आपकी वेबसाइट और ब्लॉग आपके ऑनलाइन मौजूदा को बढ़ाने में मदद करते हैं। यह आपके विचारों, उत्पादों और सेवाओं को विश्वभर में प्रसारित करता है।
- सोशल मीडिया मार्केटिंग: फेसबुक, ट्विटर, इंस्टाग्राम और लिंक्डइन जैसे सोशल मीडिया प्लेटफ़ॉर्म्स विश्वभर में व्यापारियों के संपर्क में आने का एक अच्छा माध्यम हैं।
- ईमेल मार्केटिंग: ईमेल के माध्यम से आप अपने उपभोक्ताओं के साथ सीधे संवाद कर सकते हैं और उन्हें नए अद्यतित ऑफ़र्स और सूचनाएँ प्रदान कर सकते हैं।
- खोज इंजन ऑप्टिमाइजेशन (SEO): सर्च इंजन ऑप्टिमाइजेशन के माध्यम से अपनी वेबसाइट को सर्च इंजन में उच्च रैंकिंग प्राप्त करने का प्रयास किया जाता है।
- एप्प विकास: आपके व्यापार के लिए मोबाइल एप्प विकसित करके आप अपने उपभोक्ताओं के साथ अधिक संपर्क में रह सकते हैं।
Why is Digital Marketing Important 2024 – डिजिटल मार्केटिंग का महत्व |
Digital Marketing kya hai: डिजिटल मार्केटिंग आजकल व्यवसायों के लिए अत्यंत महत्वपूर्ण है क्योंकि यह उन्हें ऑनलाइन प्लेटफ़ॉर्मों के माध्यम से अपने लक्ष्य और उद्देश्यों को प्राप्त करने में मदद करता है। निम्नलिखित कुछ कारण हैं जिनके कारण डिजिटल मार्केटिंग का महत्व बढ़ता जा रहा है:
- ऑनलाइन पहुंच: डिजिटल मार्केटिंग व्यवसायों को विश्वभर में अपने उत्पादों और सेवाओं को प्रसारित करने की सुविधा प्रदान करता है। यह उन्हें विभिन्न आवासीय और अंतरराष्ट्रीय बाजारों में पहुंचने का माध्यम देता है।
- लागत के प्रभावी प्रबंधन: डिजिटल मार्केटिंग विभिन्न विज्ञापन प्लेटफ़ॉर्मों पर अपनी लागत को प्रबंधित करने की स्वतंत्रता प्रदान करता है। व्यवसायी उन विज्ञापन चैनल्स का चयन कर सकते हैं जो उनके लक्ष्य और बजट के साथ मेल खाते हैं।
- लक्षित ग्राहकों का पता लगाना: डिजिटल मार्केटिंग के माध्यम से व्यवसायी अपने उत्पाद या सेवाओं के लिए लक्षित ग्राहकों को स्थानांतरित कर सकते हैं। यह उन्हें अपने संदेश को सही लोगों तक पहुंचाने में मदद करता है और उनकी बिक्री को बढ़ावा देता है।
- परिणामों की मॉनिटरिंग और विश्लेषण: डिजिटल मार्केटिंग के जरिए व्यवसायी अपने प्रयासों के परिणामों को विश्लेषण करके उन्हें समझने में मदद मिलती है। यह उन्हें अपनी मार्केटिंग कैंपेन्स को और भी प्रभावी बनाने में मदद करता है।
- बढ़ती प्रतिस्थिति: व्यवसायी डिजिटल माध्यम के माध्यम से अपनी ब्रांड की प्रतिष्ठिति को बढ़ा सकते हैं। उनके ऑनलाइन प्लेटफॉर्म पर उपस्थिति के माध्यम से वे अपने उद्देश्य और मूल्यों को अधिक से अधिक ग्राहकों तक पहुंचा सकते हैं।
Types of Digital Marketing – डिजिटल मार्केटिंग के प्रकार |
- Search Engine Optimization (SEO): यह विधि उपयोगकर्ताओं को आपकी वेबसाइट को खोजने में मदद करने के लिए विभिन्न तकनीकों का उपयोग करके आपकी वेबसाइट को खोज इंजन में उच्च रैंकिंग दिलाने का प्रयास करती है, सर्च इंजन ऑप्टिमाइजेशन के तीन पहलू होते है- On-page SEO, Off-page SEO & Technical SEO.
- On-page SEO का मतलब वो होता है जो हम वेबसाइट के अन्दर करते है, जिसमे साईट का कंटेंट, टाइटल टैग एवं मेटा टैग ऑप्टिमाइजेशन, H1टैग ऑप्टिमाइजेशन, इंटरनल लिंकिंग, इमेज ऑप्टिमाइजेशन करना होता है।
- Off page SEO का मतलब होता है जो हम अपनी वेबसाइट के बाहर करते है, जिसमे लिंक बिल्डिंग, कंटेंट मार्केटिंग सोशल-मीडिया, पॉडकास्ट रिलेटेड काम करते है।
- Technical SEO का मतलब होता है जिसमे हम वेबसाइट की स्पीड, structured data, xml sitemap से रिलेटेड चीजो को देखते है इससे रैंकिंग में बहुत वृध्दि होती है।
- Search Engine Marketing (SEM): इसमें विज्ञापन चैनलों के माध्यम से वेबसाइट की विज्ञापन करके सर्च इंजन पर
व्यवसायिक प्रदर्शन को बढ़ावा दिया जाता है। - Social Media Marketing (SMM): सोशल मीडिया प्लेटफ़ॉर्म्स जैसे कि फेसबुक, इंस्टाग्राम, ट्विटर, लिंक्डइन आदि का उपयोग करके व्यवसायों को उनकी लक्षित ग्राहकों तक पहुंचाने के लिए की जाती है।
- Content Marketing: इसमें उच्च गुणवत्ता वाले और महत्वपूर्ण सामग्री को बनाने और साझा करने का प्रयास किया जाता है, जिससे उपयोगकर्ताओं को आकर्षित किया जा सके और उन्हें विशिष्ट जानकारी प्राप्त हो सके।
- Email Marketing: ईमेल मार्केटिंग में व्यवसायिक संदेशों को विभिन्न लक्षित समूहों को भेजकर उन्हें नए उत्पाद और
सेवाओं के बारे में सूचित किया जाता है। - Affiliate Marketing: इसमें व्यवसायी अन्य व्यक्तियों को अपने उत्पादों या सेवाओं का प्रचार करने के लिए प्रोत्साहित
करते हैं और उन्हें उनकी प्रमोट की गई उत्पादों की बिक्री पर कमीशन प्रदान करते हैं। - Influencer Marketing: यहाँ पर सोशल मीडिया पर प्रमुख व्यक्तियों को उपयोगकर्ताओं को प्रभावित करने के लिए
आमंत्रित किया जाता है, जिससे उन्हें विशिष्ट उत्पाद या सेवाओं के बारे में जानकारी मिलती है। - Video Marketing: वीडियो के माध्यम से व्यवसायी अपने उत्पादों या सेवाओं की जानकारी को ग्राहकों तक पहुंचाने का प्रयास करते हैं। यह विवरणशील और आकर्षक तरीके से होता है।
- Mobile Marketing: यह मोबाइल डिवाइसों के माध्यम से उपयोगकर्ताओं को आकर्षित करने के लिए किए जाने वाले
विभिन्न प्रकार के मार्केटिंग तकनीकों को सम्मिलित करता है। - Native Advertising: एक प्रकार की डिजिटल मार्केटिंग है जो किसी प्लेटफ़ॉर्म पर सामग्री के साथ सामर्थ्यपूर्ण रूप से मिश्रित होता है, ताकि यह सामग्री आकर्षक और प्राकृतिक दिखाए और पाठकों के सामर्थ्य में समाहित लगे।
B2B versus B2C Digital Marketing – B2B वेर्सुस B2C डिजिटल मार्केटिंग क्या है ?
B2B (व्यापार-से-व्यापार):
- लक्ष्य: B2B मार्केटिंग में एक व्यवसाय दूसरे व्यवसाय को उत्पादों और सेवाओं की प्रदान करता है, जिन्हें व्यवसायी उपयोगकर्ता अपने व्यवसाय की आवश्यकताओं के लिए खरीदते हैं।
- विपणन की प्रक्रिया: B2B में विपणन की प्रक्रिया आमतौर पर अधिक योजनाबद्ध और विशिष्ट होती है। यह दीर्घकालिक और अधिक विवरणशील निर्णयों की प्रक्रिया शामिल करती है, क्योंकि यह उपयोगकर्ताओं की व्यक्तिगत आवश्यकताओं के साथ मेल खाती है।
- सामग्री का प्रकार: B2B में सामग्री आमतौर पर विस्तारित और व्यावसायिक होती है। यह व्यावसायिक जानकारी, तकनीकी डेटा, उत्पाद विशेषित विश्लेषण आदि को शामिल कर सकती है।
- समय की आवश्यकता: B2B मार्केटिंग में उपयोगकर्ताओं के निर्णय लेने में अधिक समय लग सकता है, क्योंकि यह अधिक बड़े और संविदानशील लेन-देन को शामिल करता है।
B2C (व्यापार-से-उपभोक्ता):
- लक्ष्य: B2C मार्केटिंग में व्यवसाय उपयोगकर्ताओं को सीधे उनके उत्पादों और सेवाओं की पेशेवरता, आकर्षण और मूल्य में आकर्षित करने का प्रयास करता है।
- विपणन की प्रक्रिया: B2C में विपणन की प्रक्रिया आमतौर पर सरल और सीधी होती है। यह उपयोगकर्ताओं की इमोशनल और लोजिकल आवश्यकताओं को समझने और उनके आकर्षण को प्रभावित करने पर ज्यादा फोकस करती है।
- सामग्री का प्रकार: B2C में सामग्री आकर्षक, सामान्यत: गहराई नहीं जाती और अधिक मनोरंजनात्मक हो सकती है।
- समय की आवश्यकता: B2C मार्केटिंग में उपयोगकर्ताओं के निर्णय लेने में अधिक समय नहीं लगता है, क्योंकि यह अधिक सीधा और लोजिकल होता है।
Benefits of Digital Marketing – डिजिटल मार्केटिंग के लाभ |
- व्यापारिक प्रदर्शन में वृद्धि: डिजिटल मार्केटिंग व्यावासिकों को ऑनलाइन प्लेटफॉर्म पर दिखाने और अपने उत्पादों या सेवाओं की प्रदर्शन क्षमता को बढ़ावा देता है, जो उनके व्यवासिक प्रदर्शन में सुधार करता है।
- कम लागत: डिजिटल मार्केटिंग अनुप्राणिक मार्केटिंग की तुलना में कम खर्च करता है, जिससे यह छोटे और मध्यम व्यवासियों को भी व्यवसायिक प्रचार करने का अवसर प्रदान करता है।
- लक्षित ग्राहकों की पहुंच: डिजिटल मार्केटिंग व्यावासिकों को उनके लक्षित ग्राहकों तक पहुंचाने का साधन प्रदान करता है और उन्हें सही समय पर सही संदेश प्राप्त करने में मदद करता है।
- मापन और विश्लेषण: डिजिटल मार्केटिंग व्यावासिकों को उनकी प्रयासों के परिणाम को मापन और विश्लेषण करने की क्षमता प्रदान करता है, जिससे वे अपनी कैम्पेन्स को सुधारने और अधिक प्रभावी बनाने का अवसर प्राप्त करते हैं।
- ब्रांड की विस्तारित स्थिति: डिजिटल मार्केटिंग द्वारा व्यावासिक ब्रांड का संवाद विभिन्न प्लेटफॉर्मों पर विस्तारित किया जा सकता है, जिससे उनकी स्थिति बढ़ती है और उनका ब्रांड ज्यादा प्रस्तुत होता है।
- व्यक्तिगत और विशिष्ट संवाद: डिजिटल मार्केटिंग व्यवसायिकों को व्यक्तिगत और विशिष्ट संवाद बनाने का अवसर प्रदान करता है, जिससे उनकी दिशा में सम्मान्यता और सामर्थ्य बढ़ता है।
- तेजी से विकास: डिजिटल मार्केटिंग की मदद से व्यवसायिक विकास की गति में वृद्धि होती है, क्योंकि वे उपयोगकर्ताओं से संवाद बनाकर उनके साथ संवाद में रहते हैं।
Drawbacks of Digital Marketing – डिजिटल मार्केटिंग के कुछ दुष्प्रभावनाएँ |
- संरक्षण की कठिनाइयाँ: डिजिटल मार्केटिंग में उपयोगकर्ताओं की निजी जानकारी का संरक्षण और गोपनीयता एक महत्वपूर्ण मुद्दा है, और कई बार संकेतन और डेटा लीकेज की समस्या हो सकती है।
- जांच और विवाद: डिजिटल मार्केटिंग में, असत्य या विवादास्पद जानकारी के प्रसारण का खतरा होता है, जो व्यवसायी और उपयोगकर्ताओं के बीच मित्रता को क्षति पहुंचा सकता है।
- अत्यधिक स्पैम : डिजिटल मार्केटिंग में स्पैमी या अधिक संख्या में संदेशों का उपयोग किया जाने का खतरा होता है, जिससे उपयोगकर्ताओं का रुचि खो सकता है।
- अधिकतम जानकारी: डिजिटल मार्केटिंग उपयोगकर्ताओं को विभिन्न स्रोतों से अधिकतम जानकारी प्राप्त करने की स्वतंत्रता प्रदान करता है, जिससे वे कई बार अधिकतम जानकारी की मुद्दों से उपलब्ध हो सकते हैं।
- असमर्थ व्यक्तिगतीकरण: डिजिटल मार्केटिंग की दुष्प्रभावना यह है कि यह व्यक्तिगतीकरण की कठिनाइयाँ पैदा कर सकता है, जिससे उपयोगकर्ताओं का अनिश्चितता बढ़ सकता है।
- व्यक्तिगत जानकारी का उपयोग: डिजिटल मार्केटिंग व्यवसायों को व्यक्तिगत जानकारी का उपयोग करके अपने उत्पादों और सेवाओं की पुनरावलोकन और विपणन करने की क्षमता प्रदान करता है, जिससे उपयोगकर्ताओं को यह अनुभव हो सकता है कि उनकी निजी जानकारी का अनुचित उपयोग हो रहा है।
- तकनीकी विशेषज्ञता की आवश्यकता: डिजिटल मार्केटिंग के उपयोग के लिए तकनीकी विशेषज्ञता की आवश्यकता हो सकती है, जिसके बिना व्यवसायी किसी अच्छे प्रदर्शन के लिए असमर्थ हो सकते हैं।
How to Start Digital Marketing 2024 – डिजिटल मार्केटिंग की शुरुआत कैसे शुरू करे
- Digital Marketing Kya Hai: पहले तो आपको समझना होगा कि डिजिटल मार्केटिंग क्या होता है और इसके अंश क्या-क्या होते हैं। यह विभिन्न ऑनलाइन प्लेटफ़ॉर्मों का उपयोग करके व्यावासिक संवाद बनाने और व्यवसाय को प्रमोट करने का प्रक्रिया है।
- विशेषज्ञता की पहचान करें: डिजिटल मार्केटिंग में विभिन्न क्षेत्र होते हैं जैसे कि सोशल मीडिया मार्केटिंग, वेबसाइट डिज़ाइन, ईमेल मार्केटिंग, खोज विज्ञापन, आदि। आपको जानना होगा कि आपकी विशेषज्ञता किस क्षेत्र में है और आप किस अंश पर फोकस करना चाहते हैं।
- शिक्षा और प्रशिक्षण: डिजिटल मार्केटिंग के लिए शिक्षा और प्रशिक्षण प्राप्त करें। आप ऑनलाइन कोर्सेज, वेबिनार, यूट्यूब वीडियो, बुक्स, आदि का सहारा ले सकते हैं।
- वेबसाइट और सोशल मीडिया प्राधिकृत करें: एक अच्छी वेबसाइट और सोशल मीडिया प्रोफ़ाइल बनाना महत्वपूर्ण है। वेबसाइट आपके व्यवसाय की ऑनलाइन पहचान को प्रतिष्ठित करती है और सोशल मीडिया आपके उत्पादों और सेवाओं को लक्षित ग्राहकों तक पहुंचाने में मदद करता है।
- खोज विज्ञापन का उपयोग करें: खोज विज्ञापन जैसे कि गूगल एडवर्ड्स, आपके उत्पादों और सेवाओं को खोज इंजन पर प्रमोट करने में मदद कर सकते हैं और उपयोगकर्ताओं को आपकी वेबसाइट पर दिलचस्पी पैदा करने में सहायक हो सके।
Free Digital Marketing Courses – डिजिटल मार्केटिंग के फ्री कोर्सेज |
1).Fundamental of Digital Marketing – Google:
Digital Marketing kya hai: सबसे आसन और बेहतर तरीका खुद गूगल से सीखे। इसमें आपको सब कुछ डिजिटल मार्केटिंग से रिलेटेड मिल जायेगा जो बिलकुल सीधी और सरल भाषा में होगा।
2. Inbound Marketing Free Certification Course – Hubspot Academy:
यह हबस्पॉट अकादमी का फ्री सर्टिफिकेशन कोर्स जो की 4 घंटे लम्बा है जो की उद्योग मान्यता प्राप्त कार्यक्रम है जो की 10 पाठो और 34 विडियो में है जिसका मूल उद्देश्य आपको इनबाउंड मार्केटिंग के बारे में सब कुछ सिखाना है | पाठ्यकर्म में शामिल विषयों में सबका मूल उद्देश्य आपको इनबाउंड मार्केटिंग की बुनियादी सिद्धांतो, योजना बनाना, ब्लॉग के बारे में पोस्ट बनाना, विकास रणनीतिया और सोशल मीडिया मार्केटिंग से रिलेटेड बाते शामिल है | छात्रों को इसमें फ्री में प्रमाण पत्र मिलेगा |
3.Become an Online Marketing Manager – LinkedIn Learning:
यह कोर्स उन व्यक्तियों के लिए है जिन्हें पहले से ही डिजिटल मार्केटिंग की बुनियादी बातो से अवगत है और प्रबंधकीय भूमिकाओं के लिए अपने कैरियर में आगे बढना चाहते है | पाठ्यक्रम उन्नत डिजिटल मार्केटिंग तकनीकों और सोशल मीडिया प्लेटफार्मों पर विज्ञापन का उपयोग करते हुए सर्वोत्तम ऑनलाइन मार्केटिंग प्रथाओं पर चर्चा करता है। यह पाठ्यक्रम 11 मॉड्यूल से बना है जो ग्रोथ हैकिंग, एसईओ, ईमेल मार्केटिंग, गूगल एनालिटिक्स, फेसबुक और ट्विटर मार्केटिंग, यूएक्स डिज़ाइन आदि को कवर करता है। छात्र पाठ्यक्रम ले सकते हैं और मुफ्त में साइन अप करने पर मुफ्त में प्रमाणपत्र अर्जित कर सकते हैं। लिंक्डइन लर्निंग का महीना परीक्षण।
4. Digital Marketing Strategy – edX:
यह पाठ्यक्रम एडिनबर्ग विश्वविद्यालय द्वारा edX के माध्यम से आप लोगो को पेश किया जाता है। यह पाठ्यक्रम एडिनबर्ग विश्वविद्यालय के दो संकाय सदस्यों द्वारा पढ़ाया जाता है और यह रणनीतिक स्तर पर डिजिटल मार्केटिंग की बुनियादी बातों पर केंद्रित है। सप्ताह में 4-6 घंटे लगाकर कोर्स को 8 सप्ताह में पूरा किया जा सकता है। पाठ्यक्रम का निःशुल्क ऑडिट किया जा सकता है। पूर्णता प्रमाणपत्र प्राप्त करने के लिए, छात्रों को edX सदस्यता खरीदनी होगी।
5. Google Analytics for Beginners:
Digital Marketing kya hai: ऐसे शुरुआती-अनुकूल Google डिजिटल मार्केटिंग पाठ्यक्रमों की सहायता से, शिक्षार्थी एक खाता बनाने, ट्रैकिंग कोड लागू करने और डेटा फ़िल्टर सेट करने के बारे में सीख सकते हैं। यह आपको Google Analytics इंटरफ़ेस और रिपोर्ट को नेविगेट करने और डैशबोर्ड और शॉर्टकट सेट करने में भी मदद करेगा। जानें कि बुनियादी दर्शक, अधिग्रहण और व्यवहार रिपोर्ट का विश्लेषण कैसे करें और लक्ष्य और अभियान ट्रैकिंग कैसे सेट करें।
Course Content:
1: Introducing Google Analytics
2: The Google Analytics Interface
3: Basic Reports
4: Basic Campaign and Conversion Tracking
और इसी तरह गूगल के आपको अन्य कई कोर्सेज मिल जायेंगे आप गूगल कर सकते है |
Future of Digital Marketing 2024- डिजिटल मार्केटिंग का भविष्य |
- वृद्धि और नौकरियाँ: डिजिटल मार्केटिंग के क्षेत्र में वृद्धि की सम्भावना है जो नौकरियों के अवसरों को बढ़ा सकती है। नए और विशेषज्ञ डिजिटल मार्केटरों की मांग अच्छी तरह से बढ़ सकती है।
- वृद्धि और उपयोगकर्ताओं का विकास: डिजिटल मार्केटिंग की मदद से व्यवसायिक विकास में वृद्धि हो सकती है क्योंकि यह व्यवसायों को उपयोगकर्ताओं के साथ संवाद बनाने और अधिक समर्थन प्रदान करता है।
- सामग्री का महत्व: अच्छी और मूल्यवान सामग्री का आवश्यकता से अधिक महत्व होगा। उपयोगकर्ताओं को अद्यतित और मानव-मित्र सामग्री की प्रतिक्रिया मिलेगी।
- वीडियो और आवश्यकता: वीडियो सामग्री की महत्वपूर्ण भूमिका होने की संभावना है। वीडियो सामग्री से उपयोगकर्ताओं का ध्यान पकड़ने और संदेशों को अधिक व्यावसायिक तरीके से प्रस्तुत करने का अवसर होगा।
- आगंतुक अनुभव और व्यक्तिगतीकरण: आगंतुकों की व्यक्तिगतीकरण और उनके अनुभव को सुधारने की प्रक्रिया भी महत्वपूर्ण होगी। व्यवसायों को उपयोगकर्ताओं के साथ व्यक्तिगत संवाद बनाने का प्रयास करना होगा।
- सोशल मीडिया और संवादना: सोशल मीडिया प्लेटफ़ॉर्मों का अधिकतम उपयोग और संवादना के माध्यम से उपयोगकर्ताओं के साथ संवाद बढ़ेगा।
- एसईओ और खोज विज्ञापन: वैबसाइट रैंकिंग और खोज विज्ञापन की महत्वपूर्णता बढ़ेगी। उपयोगकर्ताओं की खोज को सहायक बनाने के लिए एसईओ और खोज विज्ञापन का प्रयोग किया जाएगा।
Digital Marketing kya hai, अब आप लोग सही से समझ गये होंगे।
Frequently Asked Questions (FAQ) :
Q.1 डिजिटल मार्केटिंग क्या है और कैसे काम करता है?
Ans: डिजिटल मार्केटिंग एक प्रकार की प्रचलित मार्केटिंग है जिसमें इंटरनेट और इलेक्ट्रॉनिक डिवाइसेस का उपयोग करके उत्पादों और सेवाओं की प्रचार प्रसार की जाती है।
Q.2 डिजिटल मार्केटिंग क्या है उदारण सहित समझाइए?
Ans: डिजिटल मार्केटिंग एक व्यापक शब्द है जिसका उपयोग इंटरनेट और इलेक्ट्रॉनिक माध्यमों का उपयोग करके उत्पादों और सेवाओं की प्रचार प्रसार के लिए किया जाने वाले कार्यों का संबोधन करने के लिए किया जाता है।
उदाहरण: एक फिक्शनल गेम कंपनी जिसका नाम “गेमवर्ड एंटरटेनमेंट” है, ने एक नया ऑनलाइन वीडियो गेम लॉन्च किया है। उन्होंने डिजिटल मार्केटिंग के माध्यम से निम्नलिखित कदम उठाए:
- वेबसाइट और ऑनलाइन प्रस्तुति
- सोशल मीडिया प्रसारण
- ईमेल मार्केटिंग
- ऑनलाइन विज्ञापन
Q.3 डिजिटल मार्केटिंग में क्या सिखाया जाता है ?
Ans: डिजिटल मार्केटिंग के क्षेत्र में कई प्रकार की जानकारी और कौशल सिखाए जाते हैं जैसे – डिजिटल मार्केटिंग की परिभाषा और मूल अवधारणाएँ, वेबसाइट डेवलपमेंट और डिजाइन, सोशल मीडिया मार्केटिंग, ईमेल मार्केटिंग और इत्यादि |
Q.4 what is seo in digital marketing in hindi ?
Ans: डिजिटल मार्केटिंग में SEO (खोज इंजन ऑप्टिमाइजेशन) एक महत्वपूर्ण रणनीति है जिसका उपयोग वेबसाइट को खोज इंजनों में ऊंची रैंकिंग प्राप्त करने के लिए किया जाता है। इसका मुख्य उद्देश्य यह होता है कि जब भी कोई व्यक्ति विशिष्ट खोजशब्दों का उपयोग करके खोज इंजन में खोजता है, तो वेबसाइट उपयोगकर्ता के सामने दिखाई दे और विचार किए जाने की संभावना बढ़े।
SEO के अंतर्गत निम्नलिखित कार्रवाईयाँ शामिल होती हैं:
- कीवर्ड अनुसंधान
- वेबसाइट अंतर्गत अनुकूलन
- बैकलिंक निर्माण
- वेबसाइट की गति.